दुमका (DUMKA): इस साल बड़ा बंध छठ पूजा स्थल पर तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन स्थानीय लोगों और छठ पूजा समिति के सदस्यों ने नगर परिषद पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
राम मंडल, सचिव – बड़ा बंध छठ पूजा समिति ने बताया कि
“पिछले साल समिति द्वारा लगभग ₹1,04,000 का काम कराया गया था, लेकिन इस बार नगर परिषद ने ₹1,56,000 का टेंडर पास करवाया है। फिर भी सफाई और सुरक्षा की स्थिति बेहद खराब है।”
सफाई में लापरवाही, सिर्फ 6 मजदूर लगाए गए
इतने बड़े पोखरे की सफाई के नाम पर सिर्फ 6 मजदूरों को लगाया गया है, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सफाई का काम नाम मात्र का हो रहा है और कई जगहों पर कचरा और गाद जमा है।
सुरक्षा या खतरा? 15 फीट गड्ढे में हुआ ‘घेराव’ का काम
नगर परिषद की देखरेख में इस बार रंग-रोगन और ब्रैकेटिंग (घेराव) का काम किया गया है।
लेकिन लोगों का सवाल है —
“ये घेराव जन बचाने के लिए किया गया है या जान लेने के लिए?”
दरअसल, लगभग 15 फीट गहरे गड्ढे में यह घेराव किया गया है, जो श्रद्धालुओं के लिए खतरा बन सकता है।
अस्पताल का गंदा पानी पहुंच रहा बड़ा बंध में
सबसे चिंताजनक बात यह है कि सदर अस्पताल के पीछे स्थित एक पोखरे में अस्पताल का सारा गंदा कचरा और पानी फेंका जाता है, जो आगे चलकर बड़ा बंध (बड़ा पोखरा) में मिल जाता है।
इससे न सिर्फ पानी प्रदूषित हो रहा है बल्कि छठ व्रतियों की सेहत के लिए भी खतरा पैदा हो गया है।
समिति का आरोप – “दो साल से बकाया राशि नहीं मिली
राम मंडल ने बताया कि
“पिछले दो वर्षों से पूजा समिति की बकाया राशि नगर परिषद द्वारा अब तक नहीं दी गई है। हम बार-बार आग्रह कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
जनता की मांग – पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित हो
स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि:
- बड़ा बंध की सफाई सही तरीके से कराई जाए
- सुरक्षा के मानक तय हों
- अस्पताल के गंदे पानी को तुरंत रोका जाए
- और पूजा समिति को बकाया राशि दी जाए
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